Rajasthan ki Jile राजस्थान की झीलें : राजस्थान जिलों के लिए प्रसिद्ध है। राजस्थान में जिले मुख्यतः उत्तर पश्चिमी मरुस्थल भाग में अधिक पाई जाती है। तथा राजस्थान का इस क्षेत्र टेथिस सागर का अवशेष भी माना जाता है। जहां की झीलों में पानी का खारेपन अधिक पाया जाता है। इसके अलावा राजस्थान के पूर्वी भाग में मीठे पानी की झीले भी पाई जाती है।
Rajasthan ki Jile राजस्थान खारे पानी की झीलें
राजस्थान के बहुत से क्षेत्र में खारे पानी की झीले पाई जाती है जो निम्नलिखित है।
- सांभर झील (जयपुर) :- यह राजस्थान की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है।
- डीडवाना :- डीडवाना (नागौर)
- पचपदरा :- बालोतरा (बाड़मेर)
- फलोदी :- फलोदी (जोधपुर)
- लुनकरणसर :- लूणकरणसर (बीकानेर)
- कावोद :- जैसलमेर
- डेगाना :- नागौर
- कुचामन :- नागौर
- ताल छापर :- चूरू
राजस्थान की प्रमुख खारे पानी की झीले ऊपर लिखी गई है। राजस्थान के अंदर अनेक खारे पानी की झीले पाई जाती है। राजस्थान का अधिकांश खारे पानी की झीले उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में पाई जाती है।
Rajasthan ki Jile राजस्थान की मीठे पानी की झीलें
राजस्थान की मीठे पानी की झीले अरावली के पूर्वी भागों में अधिक पाई जाती है। राजस्थान एक मरुस्थलीय प्रदेश होने के कारण यहां पर पानी की समस्या अधिक रहती है। राजस्थान में मीठे पानी की झीले निम्नलिखित है।
- जयसमंद झील (उदयपुर) :- ढेबर झील जयसमंद झील मीठे पानी की राजस्थान की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है। इस झील का निर्माण महाराणा जय सिंह द्वारा सन 1687 से 1691 में गोमती नदी पर किया गया था।
- राजसमंद झील :-1662 ईस्वी में महाराणा राज्य द्वारा कांकरोली राजसमंद के निकट इसका निर्माण किया गया
- पिछोला झील :- राणा लाखा के काल में बंजारे द्वारा पिछोला गांव उदयपुर में इसका निर्माण किया गया। यहां टापू पर जग मंदिर एवं जग निवास दो महल सीसारमा में बुझड़ा नदी का पानी में आता है।
- फतेहसागर झील :- महाराणा जय सिंह द्वारा उदयपुर में निर्मित तथा राणा फतेह से द्वारा पुननिर्मित
- उदय सागर झील :- महाराणा उदय सिंह द्वारा 1559 से 1564 ईसवी में उदयपुर में निर्मित की गई
- नक्की झील :- माउंट आबू (सिरोही) में स्थित राजस्थान की सबसे ऊंची झील
- अना सागर झील:-अरुण राज चौहान द्वारा 1137ईसवी में अजमेर में निर्मित की गई
- फायसागर झील :-बाढ़ राहत कार्यों के तहत अंग्रेज इंजीनियर फाय के निर्देश में अजमेर में बाड़ी नदी पर निर्मित की गई
- पुष्कर झील :- पुष्कर (अजमेर) में स्थित पवित्र झील
- सिलीसेढ़ झील :- यह झील अलवर में स्थित है
- कोलायत झील :- बीकानेर में स्थित झील जहां कपिल मुनि का आश्रम स्थित है
- बालसमंद झील :- जोधपुर में स्थित इस झील का निर्माण संघ 1159 में प्रतिहार शासक बालक राव ने करवाया था
राजस्थान के अरावली के पूर्वी भाग में मीठे पानी की झीले अधिक पाई जाती है राजस्थान एक मरुस्थलीय प्रदेश होने के कारण यहां पर पानी की समस्या अधिक रहती है। और यहां पर पानी को दूर-दूर से लाया जाता है। राजस्थान में पीने के पानी और खेती करने में जिलों का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। राजस्थान में मीठे पानी की झीले कतरिम और प्राकृतिक निर्माण किया गया है। राजस्थान में बहुत से जिले जिनका कृत्रिम रूप से पीने के जल के लिए उपयोग किया जाता है। और कुछ जो जिले प्रकृति द्वारा निर्मित है। राजस्थान की मीठे पानी की झीले ऊपर लिखी गई है।
राजस्थान में जिलों से संबंधित सभी सरकारी भर्तियों और बोर्ड की कक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते हैं उन अभ्यर्थियों के लिए यह जिले याद करना बहुत ही जरूरी है। राजस्थान की खारे पानी की झीले और मीठे पानी की झीलों की विस्तृत जानकारी ऊपर बताई गई है।
Rajasthan ki Jile Important Links राजस्थान के झीले
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राजस्थान में खारे पानी की झीले क्यों पाई जाती है ?
राजस्थान में खारे पानी की झीलों का मुख्य कारण टेथिस सागर के अवशेष माना गया है।
राजस्थान की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील कौन सी है ?
राजस्थान की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील जयसमंद झील है।
राजस्थान की सबसे बड़ी कृत्रिम झील कौन सी है ?
राजस्थान की सबसे बड़ी कृत्रिम झील जयसमंद झील उदयपुर है। (डेबर झील) भी कहते हैं।