Bhakra Nangal Pariyojana भांगड़ा नांगल परियोजना : राज्य की प्रमुख बहुउद्देशीय शिक्षाएं परियोजनाओं में से एक है। राज्य कि भाखड़ा नांगल परियोजना पंजाब हरियाणा व राजस्थान की संयुक्त परियोजना है। भाखड़ा नांगल परियोजना की कुल क्षमता 1480.3 मेगावाट है। इस परियोजना किस राज्य में सर्वाधिक सिंचाई करने वाले जिलों में हनुमानगढ़ जिला आता है। भाखड़ा नांगल परियोजना में सर्वाधिक सिंचाई हनुमानगढ़ जिले में की जाती है।
Bhakra Nangal Pariyojana भाखड़ा नांगल परियोजना के बांध
भाखड़ा नांगल परियोजना सतलज नदी पर बनी हुई है इस नदी पर दो बात बनाए हुए हैं जिनको भाखड़ा ओर नांगल बांध के नाम से जाना जाता है। भाखड़ा नांगल परियोजना राज्य की सर्वाधिक उत्तम सिंचाई नहर परियोजना है इस लहर से राज्य के जिलों में सिंचाई व विद्युत का उत्पादन भी किया जाता है। इस नदी पर दो बांध बनाए गए उन दोनों बांधों की विस्तृत जानकारी दीजिए बताएगी है।
Bhakra Nangal Pariyojana भाखड़ा नांगल परियोजना (भाखड़ा बांध)
भाखड़ा बांध विश्व का दूसरा और एशिया का सबसे ऊंचा क्रिकेट निर्मित गुरुतूव सीधा बांध है। Bhakra Nangal Pariyojana भाखड़ा बांध का निर्माण पंडित जवाहरलाल नेहरू ने 22 अक्टूबर 1963 को राष्ट्र को समर्पित किया था।
भाखड़ा बांध की ऊंचाई : 225.55 भी और इसकी लंबाई 518.16 मीटर है। भांगड़ा बांध राज्य के (बागड़ा) बिलासपुर, हिमाचल प्रदेश में स्थित है।
Bhakra Nangal Pariyojana भाखड़ा नांगल परियोजना (भाखड़ा बांध) पर स्थित विद्युत गृह
भाखड़ा नांगल बांध परियोजना पर अलग-अलग बांध बनाए गए हैं। जो कि विद्युत व सिंचाई के लिए बनाए गए हैं। भाखड़ा बांध पर बाई किनारे और दाएं किनारे पर दोनों तरफ विद्युत गृह का निर्माण किया गया है जिनकी क्षमता निम्नलिखित है।
- बाया किनारा : 540MW (5×108MW)
- दाया किनारा : 785 MW (5×157MO)
Bhakra Nangal Pariyojana भाखड़ा नांगल परियोजना (नांगल बांध)
नागल बांध का निर्माण 1952 में किया गया था और यह बांध सतलज नदी पर भाखड़ा बांध से 13 किलोमीटर नीचे स्थित है।
नांगल बांध की ऊंचाई 29 मीटर ( 95 फीट ) है।और नांगल बांध की लंबाई 340.8 मीटर है। नांगल बांध पंजाब के रोपड़ क्षेत्र में स्थित है।
भाखड़ा नांगल परियोजना (नांगल बांध) पर स्थित विद्युत गृह
भाखड़ा नांगल परियोजना पर स्थित बांध नांगल बांध जो विद्युत उत्पादन व सिंचाई के लिए बनाया गया है। नांगल बांध पर स्थित विद्युत गृह दो विद्युत गृह बनाए गए हैं जो निम्नलिखित है।
- गंगुवाल विद्युत गृह की क्षमता : 77.65 MW,
- कुंडला विद्युत गृह कि क्षमता : 77.65 MW
नांगल बांध से दो नेहरू भी निकलती है जिनका नाम है।
- बिस्त दो आब नहर
- भाखड़ा नहर
Bhakra Nangal Pariyojana भाखड़ा नांगल परियोजना का प्रारंभ
Bhakra Nangal Pariyojana भाखड़ा नांगल परियोजना का मुख्य उद्देश्य सिंचाई और विद्युत उत्पादन को बढ़ाने के लिए किया गया था। भाखड़ा नांगल परियोजना 1946 में प्रारंभ हुआ और इसके बांध का निर्माण में अंतिम समय 1948 में पूर्ण रूप से तैयार हुई। भाखड़ा नांगल परियोजना भारत की सबसे बड़ी परियोजना है यह 3 राज्यों से मिलकर बनी हुई परियोजना है। जिसमें राजस्थान हरियाणा और पंजाब शामिल हैं। भाखड़ा नांगल परियोजना में कुल खर्च लगभग 236 करोड रुपए खर्च हुए।
Bhakra Nangal Pariyojana भाखड़ा नांगल परियोजना की महत्वपूर्ण तथ्य
भाखड़ा नांगल परियोजना कब शुरू हुई। | 1946 ईस्वी |
भाखड़ा नांगल परियोजना कब समाप्त हुई। | 1948 ईसवी |
भाखड़ा नांगल योजना में कुल कितने रुपए खर्च हुए। | 236 करोड रुपए |
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Bhakra Nangal Pariyojana में कुल कितने बांध निर्मित है ?
भाखड़ा नांगल बांध परियोजना में कुल 2 बांध बनाए गए हैं। जो आपको ऊपर बता दिए गए हैं।
Bhakra Nangal Pariyojana कब शुरू हुई ?
भाखड़ा नांगल बांध परियोजना 1946 में शुरू हुई। 1948 में संपूर्ण रूप पूर्ण हुई। भाखड़ा नांगल बांध परियोजना के बारे में संपूर्ण जानकारी आपको बता दी गई है।
Bhakra Nangal Pariyojana भाखड़ा नांगल परियोजना में कुल कितने रुपए खर्च हुए ?
भाखड़ा नांगल परियोजना में संपूर्ण निर्माण में कुल 136 करोड रुपए खर्च हुए।
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